सोशल मीडिया में फैली खबर हुई, फ़र्जी
सतना : अभी हाल में ही सोशल मीडिया के माध्यम से एक वरिष्ठ पत्रकार पर बिना किसी सबूत के आधार पर हफ्ता वसूली और न जाने क्या-क्या आरोप लगाए गए, जिसकी पड़ताल के बाद यह पता लगा कि इनपर जो भी आरोप थोपे गए वो सभी निरर्थक व निराधार साबित हुए, और तो और सीधे नाम न लेकर गुमनाम खबर चलाई गई, जिसका सटीक पता लगाने पर पता लगा कि जो व्यक्ति पत्रकारिता के आड़ में खुद कालाबाजारी व ब्लैकमेलिंग का गोरखधंधा को फलीभूत करने में अपना पैर पसार रहे थे, उनकी इस हरकत का भंडाफोड़ करने जा रहे पत्रकार सुरक्षा एवं कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष को खुद फसाने की साजिश रची गई, जिसमे निराधार वसूली जैसे कृत्यों का अपवास बहुत ही तेज़ी से उड़ाया गया, सूत्रों की माने तो सतना जिले से छोटभैया पत्रकारों का कृत्य सामने आ रहा है, जो खुद अपनी दुकान चलाने के लिए रसूखदारों के चरण-चुम्मन करते नजर आते है, और छोटे तख्ते के शासकीय कर्मचारियों को फसाने का धमकी देकर धनलक्ष्मी की चाह रखते हैं। साथ ही सूत्र बतलाते है कि इनका खुद का एक गिरोह संचालित है जो नए-नए मुर्गे की तलाश रखते है। अभी पड़ताल चालू है और इस घिनौने कृत्य को अंजाम देने वाले लोगो का भंडाफोड़ कर उनका नाम सरेआम करते हुए, प्रशासन से न्याय की गुहार लगाया जाएगा।
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